दान करना बहुत पुण्य का काम माना जाता है.
सनातन धर्म में सदियों से ही दान की परंपरा रही है.
लोग मन की शांति, मनोकामना पूर्ति, पुण्य की प्राप्ति, ग्रह-दोषों के प्रभाव से मुक्ति और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दान करते हैं.
मान्यता है कि दान देने से पुण्य कर्मों में वृद्धि होती है और दान का फल आपको केवल इस जन्म ही नहीं बल्कि कई जन्मों तक भी मिलता है.
यहां तक कि मरने के बाद भी दिए गए दान का फल प्राप्त होता है और स्वर्ग में स्थान प्राप्त होता है. वहीं दान-दक्षिणा करने से भगवान भी प्रसन्न होते हैं.
दान करने के कुछ और फ़ायदे:
- दान करने से हम न केवल धर्म का ठीक-ठीक पालन कर पाते हैं बल्कि अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं.
- आयु, रक्षा और सेहत के लिए तो दान को अचूक माना जाता है.
- दान करने से खपत कम होती है, जो अपने आप में ग्रह के लिए अच्छा है.
- दान करने से आप किसी प्रियजन को एक सार्थक उपहार भी देते हैं.
- दान करने से आप अपने प्राप्तकर्ता को दुनिया में कुछ सकारात्मक करने और उनके लिए महत्वपूर्ण कारण में योगदान देने पर अच्छा महसूस कराते हैं.
- दान करने से आप किसी विशेष अवसर का जश्न मनाने का एक अनमोल तरीका अपनाते हैं.
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